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Meri Maa by Deepanshu Kumar

Maa Ek Shayari Ki Taran Hoti Hai
Kabhi Dil Me Utar Aathi Hai
To Kabhi Dil Me Utaar Leti Hai

Tu Hai Meri Jaan Oh Meri Maa...
Tere Pyar ki Dastaan, Sunega Jahan
Zindagi Tune Di, Roshni Bhi Mili

Chota Tha Main Kabhi, Rota Tha Main Tabhi
Par Tu Na Ruki, Tune Di Har Khushi
Oh Meri Maa, Tu Hai Meri Jaan

Tu Nahi To Zindagi Ban Jaati Hai Veeran
Teri Kami Ko Koi Bhi Pura Nahi Kar Sakta Insaan
Tere Liye To Har Beta Hai Kurbaan
Oh Meri Maa, Tu Hai Meri Jaan

Penned by
Deepanshu Kumar
Rohini, Delhi, India


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