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Mai nahi hu waisa, jaisa tujhse kaha gya hai by Pandit Pranay Gautam



Lagta hai aankhon pe Teri
Pardah gira hua hai !
Sun bhi nhi sakti ho
Aisa kya hua hai !
Koi jaake usse kehde ki tujhe mere baare me
Waham hua hai !
Mai nahi hu waisa
Jaisa tujhse kaha gya hai !

Penned by
Pandit Pranay Gautam
Vrindavan, UP, India 


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